‘‘वह एक सामान्य-सा दिन था – चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी के परिसर में ‘संकल्पना से लक्ष्य तक’ विषय पर मेरा एक व्याख्यान हुआ था जो एक घंटे से बढ़ कर दो घंटे का हो गया था। उसके बाद मैंने शोध छात्रों के साथ भोजन किया और फिर क्लास में गया। शाम को जब अपने कमरे में लौट रहा था, वाइस-चांसलर प्रोफेसर ए. कलानिधि भी मेरे साथ थे। उन्होंने मुझे बताया कि दिन भर कोई मुझसे संपर्क करने की कोशिश करता रहा। जैसे ही मैं कमरे में घुसा, फ़ोन बज रहा था। फ़ोन उठाने पर उधर से आवाज़ आई, ‘प्रधानमंत्री आपसे बात करना चाहते हैं। कुछ ही महीने पहले मैंने कैबिनेट स्तर का मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार का अपना पद छोड़ा था ताकि मैं अध्यापन के अपने काम की ओर लौट सकूँ। जैसे ही मैंने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से बात की, मेरे जीवन ने एक नया मोड़ लिया।’’ ‘टर्निंग प्वाइंट्स’ पूर्व राष्ट्रपति कलाम की अतुल्य कहानी है जो वहाँ से शुरू होती है, जहाँ उनकी आत्मकथा का पहला भाग ‘विंग्स आफ फायर’ ठहर गया था। यह कहानी उनके जीवन और राष्ट्रपतित्व-काल के कुछ ऐसे पहलू उजागर करती है जो अब तक अनजाने रहे हैं। कई विवादास्पद मुद्दों पर भी पहली बार उन्होंने अपना बयान दिया है। यह केवल एक असाधारण व्यक्ति की जीवन-गाथा नहीं है, बल्कि एक संकल्पना का दर्शन भी है कि कैसे एक भव्य विरासत वाला देश, अपनी दक्षता, योग्यता, प्रयास और दृढ़ विश्वास के सहारे महान बन सकता है। देश-विदेश के लाखों युवाओं के आदर्श और प्रेरणास्रोत, भ्पामत के ग्यारहवें राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम सर्वाधिक लोकप्रिय रहे हैं। उनकी लिखी पुस्तकंे ‘विंग्स आॅफ फायर’, ‘इनडोमिटेबल स्पिरिट’, ‘स्पिरिट आफ इंडिया’, ‘इग्नाइटिड माइंड्स’ बैस्टसैलर रही हैं।
Weight | 174 g |
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